तेनालीराम का जादुई कटोरा

तेनालीराम का जादुई कटोरा

Tenaliram’s magic bowl


Tenaliram’s magic bowl : तेनालीराम का जादुई कटोरा
एक समय की बात है विजयनगर राज्य में तेनालीराम नामक एक बुद्धिमान व्यक्ति रहता था। उसकी बुद्धिमानी और चतुराई के कारण राजा कृष्णदेव राय उसे बहुत मानते थे। एक दिन राज्य के एक मंत्री ने राजा को बताया कि तेनालीराम के पास एक जादुई कटोरा है जिससे जो भी खाता है वह हमेशा खुश रहता है। यह सुनकर राजा को भी जिज्ञासा हुई और उन्होंने तेनालीराम को दरबार में बुलाया। जब तेनालीराम दरबार में पहुँचा तो राजा ने उससे पूछा तेनालीराम क्या यह सच है कि तुम्हारे पास एक जादुई कटोरा है तेनालीराम ने मुस्कुराते हुए कहा महाराज हाँ यह सच है। राजा ने तेनालीराम से कहा कि वह कटोरे को राजा के सामने लाए। तेनालीराम तुरंत अपने घर गया और कटोरे को लाकर राजा के सामने पेश किया। राजा ने कटोरे को देखते हुए पूछा क्या सच में यह कटोरा जादुई है तेनालीराम ने जवाब दिया महाराज यह कटोरा जादुई है लेकिन इसका जादू केवल तभी काम करता है जब इसे सच्चे मन से उपयोग किया जाए। राजा ने तेनालीराम से पूछा कैसे  तेनालीराम ने कहा महाराज इस कटोरे का जादू यही है कि जब भी कोई व्यक्ति इसे सच्चे मन से उपयोग करता है तो उसकी हर समस्या का समाधान हो जाता है। यह कटोरा हमें यह सिखाता है कि सच्चाई ईमानदारी और सच्चे मन से किया गया काम हमेशा सफल होता है। राजा ने तेनालीराम की बुद्धिमानी की तारीफ की और उसे पुरस्कार दिया। इस प्रकार तेनालीराम ने अपनी चतुराई और ज्ञान से राज्य के लोगों को सच्चाई और ईमानदारी का महत्व समझाया।
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि सच्चाई, ईमानदारी और सच्चे मन से किया गया काम हमेशा सफल होता है। जब हम सच्चे मन से काम करते हैं, तो हमें अपनी हर समस्या का समाधान मिल जाता है।

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