तेनालीराम और जादुई परी
Tenaliram And The Magical Fairy
तेनालीराम और जादुई परी :
एक बार की बात है विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक अनोखा मामला आया। एक बूढ़ा किसान रोते हुए दरबार में आया और बोला “महाराज मेरे खेत में रात को कोई जादू करता है फसल तैयार होने से पहले ही गायब हो जाती है” राजा ने तेनालीराम से कहा “इस रहस्य का पता लगाओ”
रात की निगरानी
तेनालीराम ने किसान के खेत में रातभर निगरानी करने की योजना बनाई। चांदनी रात में जब सब सो रहे थे तभी अचानक खेत में एक जादुई रोशनी चमकी और एक सुंदर परी वहाँ प्रकट हुई। परी ने हाथ घुमाया और खेत की सारी फसल हवा में उड़ने लगी तेनालीराम ने तुरंत कहा “ठहरो परी रानी तुम यह सब क्यों कर रही हो?”
परी का रहस्य
परी ने मुस्कराते हुए कहा “मैं जंगल की रानी हूँ। तुम्हारे खेत की फसल मेरी प्रजा के भूखे जानवरों के लिए ले जा रही हूँ।” तेनालीराम ने कहा “लेकिन परी रानी किसान भी अपनी मेहनत से यह फसल उगाता है। अगर तुम इस तरह फसल ले जाओगी तो वह भूखा रह जाएगा!”
बुद्धिमानी का हल
परी ने तेनालीराम की बुद्धिमानी पर प्रसन्न होकर कहा, “तुमने सही कहा। मैं भूखे जानवरों के लिए पास के जंगल में एक जादुई बाग लगाऊँगी और किसान की फसल को हाथ नहीं लगाऊंगी!” इसके बाद परी ने अपने जादू से खेत में दोगुनी फसल उगाई और गायब हो गई।
शिक्षा:
बुद्धिमानी और बातचीत से हर समस्या का हल निकल सकता है। दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा जादू है