तेनालीराम और चोरों की चालाकी
Tenaliram And The Cunningness Of Thieves
तेनालीराम और चोरों की चालाकी : तेनालीराम अपनी चतुराई और बुद्धिमानी के लिए प्रसिद्ध थे। एक दिन कुछ चोरों को पता चला कि तेनालीराम के घर में बहुत धन दौलत है। वे रात के समय उनके घर चोरी करने की योजना बनाने लगे
चालाकी भरी योजना
तेनालीराम को पहले ही संदेह हो गया था कि चोर उनके घर पर नज़र रख रहे हैं इसलिए उन्होंने एक योजना बनाई रात को उन्होंने अपनी पत्नी से जोर जोर से बात करनी शुरू की ताकि बाहर छिपे हुए चोर उनकी बातें सुन सकें। तेनालीराम बोले हमारे पास जो सोना और गहने हैं उन्हें घर में रखना सुरक्षित नहीं है हमें उन्हें कुएं में छिपा देना चाहिए
चोरों का जाल में फँसना
चोरों ने यह सुना और बहुत खुश हुए जैसे ही तेनालीराम और उनकी पत्नी ने सोने चांदी से भरे कुछ बक्से कुएं में डालने का नाटक किया चोरों ने सोचा कि अब उन्हें बस कुएं से बक्से निकालने हैं। रात के अंधेरे में चोर कुएं के पास पहुंचे और पानी निकालना शुरू किया, ताकि बक्से मिल सकें। वे पूरी रात बाल्टियों से पानी निकालते रहे। जब सुबह हुई तो उन्होंने देखा कि कुआँ खाली हो गया लेकिन उसमें कोई खजाना नहीं था
तेनालीराम की हंसी
उसी समय तेनालीराम अपने घर से बाहर निकले और हंसते हुए बोले धन्यवाद दोस्तों मेरा कुआँ तो सूख गया था और मुझे पानी निकालने की ज़रूरत थी तुम सबने मेरी मेहनत बचा दी चोरों को अपनी गलती समझ में आ गई और वे लज्जित होकर वहाँ से भाग गए।
शिक्षा
चालाकी और बुद्धिमानी से हर समस्या का हल निकाला जा सकता है। बिना सोचे-समझे लालच करना हमेशा नुकसानदायक होता है।
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