दुखी किसान की कहानी

दुखी किसान की कहानी

Story Of the Unhappy Farmer


Story Of the Unhappy Farmer : दुखी किसान की कहानी एक समय की बात है एक छोटे से गाँव में राम नामक एक किसान रहता था। राम बहुत ही मेहनती और ईमानदार था लेकिन उसका भाग्य हमेशा उसके खिलाफ रहता था। हर बार जब वह अपनी फसल उगाता कोई ना कोई प्राकृतिक आपदा आ जाती और उसकी सारी मेहनत बेकार हो जाती।
एक साल राम ने बहुत मेहनत से गेंहू की फसल उगाई उसने उम्मीद की थी कि इस बार अच्छी फसल होगी और वह अपने परिवार की हालत सुधार सकेगा। लेकिन अचानक भारी बारिश आ गई और उसकी फसल बर्बाद हो गई राम बहुत दुखी हो गया और सोचने लगा कि अब क्या किया जाए। राम के गाँव में एक बूढ़ा और ज्ञानी साधू रहता था राम ने अपनी परेशानी साधू को बताई। साधू ने राम को ध्यान से सुना और कहा बेटा तुम्हारी मेहनत और ईमानदारी जरूर रंग लाएगी कभी हार मत मानना हर कठिनाई के बाद सुख आता है साधू ने राम को एक बीज का थैला दिया और कहा यह जादुई बीज हैं इन्हें अपने खेत में बोओ और ध्यान से देखो राम ने साधू की सलाह मानी और उन बीजों को अपने खेत में बोया कुछ दिनों बाद राम के खेत में हरी हरी फसल उग आई और इस बार कोई आपदा नहीं आई
राम की मेहनत और साधू की सलाह ने मिलकर उसे सफलता दिलाई। राम ने सीखा कि कठिन समय में भी हार नहीं माननी चाहिए और हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए।

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