चूहे और बिल्ली की कहानी: एक गाँव में एक बिल्ली और बहुत सारे चूहे रहते थे। चूहे हमेशा मज़े से इधर उधर दौड़ते और बिल्ली को चिढ़ाते। लेकिन जैसे ही बिल्ली आती सभी चूहे डरकर भाग जाते
बिल्ली की चालाकी
बिल्ली ने सोचा “अगर मैं ऐसे ही पकड़ने जाऊँगी तो ये चूहे हर बार बच जाएँगे। कुछ नया करना पड़ेगा” अगले दिन बिल्ली ने मरने का नाटक किया और एक कोने में लेट गई। चूहों ने देखा कि बिल्ली हिल भी नहीं रही। उन्होंने सोचा “वाह! अब हमें डरने की ज़रूरत नहीं बिल्ली मर गई” चूहे खुशी से नाचने लगे और बिल्ली के पास आ गए। जैसे ही वे उसके करीब पहुँचे बिल्ली ने झपट्टा मारा और एक चूहे को पकड़ लिया
चूहों की तरकीब
चूहों ने देखा कि बिल्ली चालाकी से उन्हें बेवकूफ बना रही है वे आपस में सलाह करने लगे और एक बूढ़े चूहे ने कहा “हमें बिल्ली से बचने के लिए कोई तरकीब निकालनी होगी” आखिरकार उन्होंने बिल्ली के गले में घंटी बाँधने का प्लान बनाया। इस तरह जब भी बिल्ली आएगी घंटी की आवाज़ से उन्हें पहले ही पता चल जाएगा और वे भाग सकते हैं। लेकिन अब सवाल था “घंटी कौन बाँधे”कोई भी चूहा बिल्ली के पास जाने को तैयार नहीं था। आखिर में सबने समझ लिया कि योजना बनाना आसान है लेकिन उसे पूरा करना मुश्किल है
शिक्षा:
किसी समस्या का हल निकालना आसान है लेकिन उसे अमल में लाना मुश्किल होता है।
हमेशा सतर्क रहना चाहिए और दूसरों की चालाकी से बचना चाहिए।
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