शेखचिल्ली बना किसान
Sheikh Chilli became a farmer
शेखचिल्ली बना किसान : अपनी हास्यपूर्ण कल्पनाओं और नासमझी के कारण मशहूर था एक दिन उसने सोचा कि वह भी एक किसान बनेगा और खेतों में मेहनत करेगा ताकि खूब धनवान बन सके वह गांव के सबसे बड़े किसान के पास गया और बोला मुझे भी खेती करनी है कृपया मुझे कुछ सलाह दीजिए किसान ने मुस्कुराते हुए कहा खेती करना आसान नहीं है इसके लिए मेहनत और धैर्य चाहिए सबसे पहले तुम्हें बीज खरीदने होंगे और फिर सही तरीके से उन्हें बोना होगा
शेखचिल्ली ने बाजार से गेहूं के बीज खरीदे और खेत में पहुंच गया लेकिन आलसी होने के कारण उसने बीजों को हवा में उछालते हुए बो दिया और सोचने लग अब कुछ ही दिनों में मेरे खेत में सुनहरे बालियों से लहलहाती फसल होगी कुछ दिन बीत गए लेकिन खेत में कुछ भी नहीं उगा वह किसान के पास गया और शिकायत की मेरे बीज अंकुरित क्यों नहीं हुए किसान ने जाकर देखा तो पाया कि बीज ठीक से बोए ही नहीं थे उसने समझाया तुम्हें पहले जमीन को जोतना चाहिए फिर बीज को ठीक से बोकर उसे पानी देना चाहिए फिर कोशिश की लेकिन हर दिन वह खेत में जाकर देखता और बीजों को उखाड़कर देखता कि वे उगे या नहीं इससे सारे बीज खराब हो गए
किसान ने हंसते हुए कहा अगर तुम हर बार बीज उखाड़कर देखोगे तो वे कभी नहीं उगेंगे धैर्य रखो समय आने पर फसल अपने आप उग जाएगी शेखचिल्ली को अपनी गलती समझ आ गई। इस बार उसने सही तरीके से खेती की और कुछ महीनों बाद उसके खेत में सचमुच फसल लहलहाने लगी
शिक्षा:
यह कहानी हमें सिखाती है कि मेहनत धैर्य और सही विधि से काम करने से ही सफलता मिलती है