हिंदी कविता : देश की माटी
Hindi poem: Country’s soil
हिंदी कविता : देश की माटी
इस देश की माटी से जुड़ी हमारी पहचान,
हर दिल में बसी है भारत की शान।
जो वीरों का वास है, संतों की भूमि,
जहाँ प्रेम और करुणा की बहे सुमधुर धारा।
हम फख्र से कहते हैं, “वंदे मातरम”
इस देश की सेवा में समर्पित हर जन।
जहाँ सच्चाई की राहें हैं, न्याय की डगर,
धरा के इस कोने-कोने में बसे हैं संस्कार।
हर सुबह उगते सूर्य के साथ एक नई उम्मीद,
इस देश की धरती पर हर एक फूल है अनमोल।
हमारे दिलों में बसता है देश प्रेम,
हम हैं भारतवासी, हमारा है यह
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