परीलोक में लगी आग
Fire In Fairyland
परीलोक में लगी आग : परीलोक एक जादुई जगह थी जहाँ रंग बिरंगी परियाँ रहती थीं वहाँ के फूल चमकते थे झरनों से मीठा संगीत बहता था और आसमान में हमेशा इंद्रधनुष खिला रहता था परियाँ मिलकर नाचती गातीं और अपने जादू से परीलोक को सुंदर बनाए रखती थीं। लेकिन एक दिन परीलोक में अचानक अफरा तफरी मच गई हवा में धुआँ फैलने लगा और चारों ओर लपटें उठने लगीं परियों के सुंदर महल जलने लगे और चमकते हुए पेड़ राख में बदलने लगे
आग कैसे लगी?
नीली परी ने उड़ते हुए देखा कि एक बड़ी चिंगारी जादुई जंगल में गिर गई थी तेज़ हवा के कारण आग तेजी से फैल रही थी परियाँ डर गईं और इधर उधर भागने लगीं। कोई नहीं जानता था कि इस आग को कैसे रोका जाए
काली परी की मदद
तभी काली परी आगे आई। उसने कहा डरो मत मेरे पास एक उपाय है सभी परियाँ उसे हैरानी से देखने लगीं। काली परी ने अपनी जादुई शक्ति का इस्तेमाल किया और अपने काले बादलों को बुलाया। देखते ही देखते आसमान में काले बादल घिर आए और तेज़ बारिश होने लगी। कुछ ही देर में आग बुझ गई और परीलोक फिर से सुरक्षित हो गया
सभी ने क्या सीखा?
जब आग पूरी तरह से बुझ गई तो सभी परियों ने राहत की सांस ली और काली परी का धन्यवाद किया। उन्होंने समझा कि हर शक्ति की अपनी अहमियत होती है। गुलाबी परी ने कहा हमेशा चमक ही ज़रूरी नहीं होती कभी-कभी अंधकार भी बचाव के लिए आता है