परी का सुनहरा परिलोक : बहुत समय पहले आसमान के ऊपर बादलों के बीच एक सुनहरा परिलोक था जहाँ सिर्फ परियाँ रहती थीं। इस परीलोक का नाम स्वर्णलोक था क्योंकि वहाँ की हर चीज़ सोने जैसी चमकती थी महल पुल फव्वारे और यहाँ तक कि पेड़ पौधे भी
सुनहरी परी ऐलिना
इस परीलोक की सबसे सुंदर और दयालु परी थी ऐलिना। उसके पंख सुनहरे थे और जब वह उड़ती तो आसमान में सोने की चमकदार रेखाएँ बन जातीं। ऐलिना को गाने गाना और फूलों से बातें करना बहुत पसंद था।
परीलोक पर संकट
एक दिन काले जादूगर क्रोनस ने परीलोक पर हमला कर दिया। उसने अपनी काली जादुई शक्तियों से सूरज की रोशनी को ढक दिया जिससे पूरा परीलोक अंधेरे में डूब गया। परियाँ डर गईं और उन्होंने ऐलिना से मदद की गुहार लगाई।
ऐलिना की जादुई शक्ति
ऐलिना ने अपनी सुनहरी रोशनी का इस्तेमाल किया और जादूगर क्रोनस का सामना करने के लिए तैयार हो गई। वह आसमान में ऊँची उड़कर बोली “अंधकार को कभी भी रोशनी पर जीत नहीं मिलेगी” उसने अपनी जादुई छड़ी से एक सुनहरी रोशनी छोड़ी जो पूरे परीलोक में फैल गई। क्रोनस की काली शक्तियाँ जलने लगीं और वह डरकर भाग गया।
परियों की खुशी
अब स्वर्णलोक फिर से चमकने लगा। परियाँ खुशी से झूम उठीं और ऐलिना को अपनी रानी बना लिया।
शिक्षा:
अच्छाई और रोशनी हमेशा अंधकार पर जीत हासिल करती है। सच्ची हिम्मत और दयालुता से हर मुसीबत को हराया जा सकता है
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