कौवा और सांप

कौवा और सांप

crow and snake


crow and snake: एक समय की बात है एक विशाल वृक्ष पर एक कौवा और उसकी पत्नी रहते थे। उसी वृक्ष के तने में एक साँप रहता था जो कौवे के अंडों को खा जाता था। कौवा और उसकी पत्नी बहुत दुखी थे और एक दिन उन्होंने एक योजना बनाई।

कौवा राजा के महल में गया और एक कीमती हार उठाकर साँप के बिल के पास गिरा दिया। राजा के सेवकों ने जब हार की तलाश शुरू की तो उन्होंने साँप को देखा और उसे मार दिया। इस तरह कौवा और उसकी पत्नी ने अपने अंडों की सुरक्षा की और सांप से छुटकारा पाया।
पंचतंत्र की हर कहानी के अंत में एक नैतिक शिक्षा होती है। इस कहानी से हम सीख सकते हैं कि बुद्धिमानी और चालाकी से मुश्किलों का समाधान किया जा सकता है।

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