मगरमच्छ बना MBBS डॉक्टर : गहरे जंगल में एक झील थी जहाँ एक मगरमच्छ रहता था नाम था छोटू बाकी मगरमच्छों की तरह वह सिर्फ शिकार करने में दिलचस्पी नहीं रखता था बल्कि वह हमेशा सोचता काश मैं किसी की मदद कर पाता छोटू को यह देखकर बहुत दुख होता था कि जब जंगल में कोई जानवर बीमार हो जाता तो उसकी ठीक से देखभाल नहीं हो पाती उसने ठान लिया कि वह जंगल का पहला डॉक्टर बनेगा
शिक्षा की राह
लेकिन दिक्कत यह थी कि मगरमच्छों को पढ़ाई लिखाई में कोई अनुभव नहीं था। तब छोटे पक्षी गौरी मैना ने उसकी मदद की उसने जंगल में इधर उधर से किताबें इकट्ठी कीं और रोज़ छोटू को पढ़ने में मदद करने लगी। धीरे धीरे छोटू ने शरीर विज्ञान दवाइयाँ और इलाज के तरीके सीख लिए उसके इस समर्पण को देखकर जंगल के राजा शेर ने उसे शहर के मेडिकल कॉलेज भेजने का फैसला किया
MBBS की डिग्री और वापसी
छोटू मगरमच्छ ने MBBS की पढ़ाई की और एक काबिल डॉक्टर बन गया। जब वह जंगल वापस लौटा तो सभी जानवरों ने खुशी से उसका स्वागत किया। अब कोई भी बीमार होता तो उसे डॉक्टर छोटू के पास भेजा जाता।
बंदर को खांसी हुई डॉक्टर छोटू ने सिरप दे दिया हिरण को पैर में चोट लगी छोटू ने पट्टी बाँध दी तोते को गले में दिक्कत छोटू ने गरम पानी से गरारा करने की सलाह दी
जंगल का सबसे प्रिय डॉक्टर
धीरे धीरे छोटू सिर्फ जंगल ही नहीं बल्कि पास के गाँवों में भी मशहूर हो गया। सब उसे प्यार से डॉक्टर छोटू मगरमच्छ कहने लगे
सीख:
अगर मेहनत और लगन हो तो कोई भी अपनी पहचान बना सकता है जंगल का छोटा मगरमच्छ भी डॉक्टर बन सकता है तो हम इंसान क्यों नहीं
1 thought on “मगरमच्छ बना MBBS डॉक्टर”