एक बार विजयनगर के राजा ने अपने दरबारियों से कहा कि वह अपनी बेटी का विवाह उस व्यक्ति से करेंगे जो सबसे अधिक धैर्यवान और बुद्धिमान होगा। कई राजकुमार और दरबारी अपनी बुद्धिमत्ता साबित करने के लिए आए, लेकिन सभी असफल रहे। अंत में, तेनालीराम ने एक योजना बनाई।
उन्होंने राजकुमारी के कमरे में एक बकरी बाँध दी और उसके चारों ओर मीठे चावल बिखेर दिए। बकरी ने थोड़ी देर में चावल खाना शुरू कर दिया और फिर थक कर सो गई। जब राजकुमारी जागी, तो उसने देखा कि बकरी उसके कमरे में है और वहाँ गंदगी फैली हुई है। तेनालीराम ने समझाया कि धैर्य ही सच्चा गुण है, और जो व्यक्ति धैर्यवान होता है, वह हर परिस्थिति में सही निर्णय ले सकता है। राजा तेनालीराम की बुद्धिमानी से प्रभावित हुए और उसे इनाम दिया।
शिक्षा: धैर्य और बुद्धिमानी से हर कठिनाई का समाधान किया जा सकता है।