यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जहाँ एक नन्हा खरगोश रहता था। उसका नाम था मिन्नू। मिन्नू बहुत चंचल और बुद्धिमान था, लेकिन उसमें एक आदत थी जो उसके दोस्तों को बहुत परेशान करती थी – वह हमेशा अपने काम को टाल देता था।
एक दिन, मिन्नू ने सोचा कि उसे अपने लिए एक घर बनाना चाहिए। उसने तय किया कि वह अगले दिन से काम शुरू करेगा। परंतु अगले दिन वह खेलने में इतना मस्त हो गया कि घर बनाने का काम भूल गया। यह सिलसिला चलता रहा, और उसने घर बनाने का काम बार-बार टाल दिया।
एक दिन अचानक मौसम बिगड़ गया। जोरदार बारिश होने लगी और मिन्नू के पास कोई आश्रय नहीं था। वह भीगते हुए सोचने लगा, “काश मैंने पहले ही घर बना लिया होता। अब कहाँ जाऊँ?”
उसके सारे दोस्त अपने घरों में सुरक्षित थे, जबकि मिन्नू ठंड और बारिश में भीगता रहा। तब उसे समझ में आया कि काम को टालने की आदत कितनी नुकसानदायक हो सकती है। जैसे ही बारिश रुकी, मिन्नू ने बिना देर किए अपने लिए एक घर बनाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने काम को समय पर पूरा करना चाहिए और उसे टालना नहीं चाहिए।