रामू किशन और भारी बारिश की कहानी
The story of Ramu, Kishan and heavy rain
रामू, किशन और भारी बारिश की कहानी : रामू और किशन दो अच्छे दोस्त थे जो एक छोटे से गाँव में रहते थे। दोनों किसान थे और अपने खेतों से बहुत प्यार करते थे। उनका गाँव हरियाली से भरा था लेकिन वहाँ बारिश बहुत कम होती थी। इस वजह से वे हमेशा आसमान की ओर देखकर बारिश का इंतजार करते थे।
बड़ी बारिश की भविष्यवाणी
एक दिन गाँव के बड़े बुजुर्गों ने बताया कि इस साल बहुत ज्यादा बारिश होने वाली है। रामू और किशन ने यह सुनकर अलग अलग तरीके से सोचना शुरू किया
रामू खुश हुआ और सोचने लगा “अरे वाह! अब तो हमारी फसल खूब अच्छी होगी”
किशन थोड़ा चिंतित हो गया और बोला “अगर बहुत ज्यादा बारिश हुई, तो खेतों को नुकसान भी हो सकता है।”
तैयारी और लापरवाही
रामू ने ज्यादा कुछ नहीं किया क्योंकि उसे लगा कि बारिश सिर्फ फायदे की चीज़ है। वहीं किशन ने समझदारी से काम लिया
उसने अपने खेतों के चारों ओर छोटे-छोटे नाले बनाए ताकि पानी ज़्यादा जमा न हो।
अपने अनाज को एक ऊँचे और सूखे गोदाम में रख दिया।
मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए कुछ पेड़ लगाए।
भारी बारिश का कहर
कुछ दिनों बाद काले बादल छा गए और मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। यह बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। धीरे-धीरे गाँव में जलभराव होने लगा नदियाँ उफनने लगीं और कई लोगों के खेत डूब गए। रामू का खेत पूरी तरह पानी में डूब गया और उसकी फसल बर्बाद हो गई। किशन के खेत को थोड़ा नुकसान तो हुआ लेकिन उसकी तैयारियों की वजह से उसकी फसल बच गई।
कहानी की सीख
सिर्फ अच्छे समय की उम्मीद मत करो, मुश्किलों के लिए भी तैयार रहो।
समझदारी और मेहनत से बड़ी से बड़ी समस्या को टाला जा सकता है।
प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने के लिए पहले से योजना बनाना जरूरी होता है।
रामू को अब समझ आ गया था कि केवल उम्मीद करने से कुछ नहीं होता, बल्कि सही समय पर सही तैयारी करना ही असली समझदारी है