ईमानदारी का इनाम : एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में राजू नाम का एक गरीब लेकिन ईमानदार लड़का रहता था। वह रोज़ जंगल से लकड़ियाँ काटकर बाज़ार में बेचता और अपने परिवार का पेट पालता।
सोने की थैली
एक दिन जब वह जंगल से लौट रहा था तो उसे रास्ते में सोने से भरी एक थैली मिली! उसकी आँखें चमक उठीं लेकिन फिर उसने सोचा “यह सोना मेरा नहीं है हो सकता है किसी की गिरी हो” वह थैली लेकर सीधा राजा के दरबार में गया और राजा से कहा “महाराज, मुझे यह रास्ते में मिला है, कृपया इसके असली मालिक को लौटा दें।”
राजा की परीक्षा
राजा यह देखकर बहुत प्रभावित हुए और बोले “राजू, यह थैली तो तुम्हें मिल गई थी फिर तुम इसे क्यों लौटाने आए” राजू ने नम्रता से कहा “महाराज यह मेरा नहीं है। अगर मैं इसे रख लूँ तो यह चोरी होगी और मैं चोरी करके खुश नहीं रह सकता।”
इनाम की खुशी
राजा उसकी ईमानदारी से इतने खुश हुए कि उन्होंने घोषणा की “ईमानदारी सबसे बड़ा गुण है! मैं राजू को इनाम में 100 सोने की मुद्राएँ और एक सुंदर घर देता हूँ!” राजू खुशी खुशी अपने परिवार के साथ रहने लगा और उसकी ईमानदारी की कहानी पूरे राज्य में मशहूर हो गई