शेखचिल्ली की शादी में बवाल

शेखचिल्ली की शादी में बवाल

Chaos at Sheikh Chilli’s wedding


शेखचिल्ली की शादी में बवाल : शेखचिल्ली हमेशा अपने सपनों की दुनिया में जीता था। इस बार उसने सोच लिया था कि “अब तो शादी करके ही दम लूँगा  लेकिन शेखचिल्ली की शादी इतनी आसान कैसे हो सकती थी

शादी का ऐलान

एक दिन शेखचिल्ली ने गाँव में ढिंढोरा पिटवा दिया –
“सब ध्यान दें! मैं बहुत बड़ा राजा बनने वाला हूँ और मेरी शादी धूमधाम से होगी!”
गाँव वालों ने हँसते हुए पूछा –
“अरे शेखचिल्ली! दुल्हन कहाँ है?”
शेखचिल्ली शरमाते हुए बोला –
“अरे, दुल्हन तो मिलेगी, पहले शादी की तैयारी तो करो

अनोखी बारात

शेखचिल्ली की बारात बड़े धूमधाम से निकली।
लेकिन चौंकाने वाली बात ये थी कि उसकी बारात में कोई घोड़ा नहीं था
शेखचिल्ली ने गाँव के गधे को सजाकर घोड़े की तरह इस्तेमाल किया।
“देखो-देखो! मेरा शाही घोड़ा!” – शेखचिल्ली खुशी से चिल्लाया।
गाँव के लोग हँस-हँसकर लोटपोट हो गए।

शादी में बवाल

जैसे ही बारात दुल्हन के घर पहुँची, वहाँ एक और बारात पहले से ही खड़ी थी
शेखचिल्ली हैरान – “अरे! मेरी शादी में दूसरी बारात क्यों?”
पता चला कि लड़की के घरवालों ने गलती से दो जगह रिश्ता पक्का कर दिया था अब दोनों दूल्हे आपस में भिड़ गए।
दूसरा दूल्हा: “ये शादी मेरी होगी!”
शेखचिल्ली: “नहीं! मेरी होगी!”
दुल्हन के पिता: “अरे कोई तो इसे रोको!”
गाँव वाले हँसते हुए बोले –
“पहले तय कर लो कि शेखचिल्ली को दुल्हन मिल भी सकती है या नहीं

शादी का अंजाम

शेखचिल्ली को समझ आया कि अब शादी तो मुश्किल है, इसलिए उसने एक चाल चली।
“ठीक है, जिसे दुल्हन मिले, उसे मेरी तरफ से शादी का तोहफा चाहिए!”
दूसरा दूल्हा खुश होकर मान गया, और शेखचिल्ली को खाली हाथ लेकिन हंसी-मजाक के साथ लौटना पड़ा

सीख:

अंधे सपने देखने से शादी नहीं होती, असली दुनिया में कुछ करना भी पड़ता है!

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